सिद्धार्थनगर। बीते नौ दिनों से बाढ़ के पानी ने कछारी क्षेत्र के लोगों पर इतना सितम ढ़ाया कि जिसको बयान करने के लिए कागज भी कम पड जाएंगे। कितने लोग अपनों से बिछुड कर इस दुनिया से चले गए। उन निर्दाष मृतकों की आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना है।
आज नौ दिन बीत जाने के बाद भी पानी चार फिट कम हुआ है। कई गांवों का मार्ग बाधित है। गांवों के मुख्य मार्ग पर पानी भरा हुआ है। दर्जनों गांवों का ब्लाक व जिला मुख्याल से संपर्क टूटा हुआ है।
बाढ़ के पानी ने गांवों को अपने घेरे में लेकर उसे टापू बना दिया था। लोग अपने छतों पर रह कर रात बिताए हैं। अब भी बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने के लिए नाव व ट्रक्टर का सहारा लेना पडता है।
जिले के मुखिया डीएम व एसपी को साधुवाद है। जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर हिलोरे मारती बाढ़ की मौजों को चुनौती देते हुए नाव व ट्रक्टर ट्राली से पहुंचकर बाढ़ से घिरे लोगों से मुलाकात कर उनकी मदद करके असली लोकसेवक का हक अदा कर रहे हैं।
इसके साथ ही सभी जनप्रतिनियों में सांसद, विधायक की मानवीय संवेदना और मदद के लिए बढ़े प्रबल हाथ को भी प्रणाम है। बाढ़ पीडितों की मदद में उठे हाथों की गिनती करें तो लिस्ट बहुत लम्बी हो जाएगी।
ग्राम प्रधान से लेकर हर जिम्मेदार नागरिक ने यथा शक्ति अपना हाथ मदद के लिए उठाया है। बस संवेदना और प्रशंसा के मेरे दो शब्द उनके तन, मन को उर्जित करेंगे। ईश्वर अनुकंपा से बाढ़ पीडितों की मदद के लिए उनके हाथ मजबूती से उठें और कदम आगे बढ़ें।