सिद्धार्थनगर। देश विदेश में प्रसिद्ध धर्म गुरू व आलिमेदीन हजरत मौलाना अल्हाज गुलाम अब्दुल कादिर चिश्ती मियां का नमाजे जनाजा बुधवार 4 जनवरी को पढ़ा गया। उनके चाहने वालों ने नम आखों से उन्हें अन्तिम विदाई दिया।
ज्ञात हो कि जिला सिद्धार्थनगर के बरांव शरीफ निवासी शेख़े तरीकत शहज़ादा मज़हरे शोएबुल अवलिया हज़रत अल्लामा अल्हाज ग़ुलाम अब्दुल कादिर चिश्ती मियां क़िबला अलैहिर्रहमां खानकाहे यार अलाविया का निधन 3 जनवरी/मंगलवार 2023 को हुआ था।
निधन की खबर से उनके चाहने वालों में मातम छा गया था। हजरत की मौत की खबर देश-दुनिया में पहुंची तो इस्लामिक जगत में गम का पहाड़ टूट पडा।
उनका नमाजे जनाजा जुहर की नमाज के बाद अदा की गयी। मौसम खराब होने के बावजूद काफी संख्या में उनके चाहने वाले नमाजे जनाजा में शामिल हुए।
जनाजे की नमाज़ उनके सुपुत्र हजरत मौलाना हाफिज कारी मुहम्मद अफसर अल्वी साहब किबला ने पढ़ाया। दुआ इस्लामिक विचारक हजरत अल्लामा अब्दुल कादिर अलवी ने मांगी।
जनाज़े में उनके सुपुत्र मुहम्मद अरशद अल्वी, अहमद अल्वी, अज़हर अल्वी, हज़रत पीर बाबू मसूद रज़ा अल्वी, बाबू जमाल अहमद रज़ा अल्वी और यार अलवी का पूरा परिवार और मुफ़्ती अज़हर अहमद मिस्बाही अज़हरी, डॉ. ग़ुलाम हसनैन अल्वी, मौलाना शमशुद्दीन अल्वी सहित सभी शिक्षक फ़ैज़ुर्रसूल, मौलाना इस्लामुद्दीन अंजुम फ़ैज़ी, मौलाना ग़ुलाम अब्दुल कादिर यार अलवी एवं बड़ी संख्या में विद्वान उपस्थित थे।