सिद्धार्थनगर। बरांव शरीफ स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी मो. यार अली अलवी का 57 वां हुजूर शोएबुल औलिया व मुख्तारुल औलिया का ऊर्स परम्परागत ढ़ंग से श्रद्धा, भक्ति के साथ मनाया गया।
जानकारी के अनुसार हुजूर शोएबुल औलिया व मुख्तरुल औलिया में पीर मुख्तार अहमद रज़ा का पैगाम 9 और 10 अगस्त को खानकाहे फैजुर्रसूल बरांव शरीफ में सूफी व इस्लामिक धर्मगुरु के मजारे मोकद्दस पर श्रद्धालुओं ने श्रद्धाभक्ति के साथ चादर चढ़ाया और दुआएं मांगी।
इस ऊर्स में देश के कोने कोने से उनके मानने वाले लोगों ने अपनी हाजिरी दिया। बरसात का मौसम तथा रिमझिम होती बारिश में भी श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं थी। इसके साथ दारुल उलूम फैजुर्रसूल से पास होने वाले छात्रों को शैक्षिक गोष्ठी में सनद व ड्रेस दिया गया।

ऊर्स में शाह मो. यार अली व सूफी मो. सिद्दीक तथा मुख्तार अहमद रज़ा की आस्ताने पर बैठकर पीरे तरीकत मो. जमाल अहमद रजा तथा पीर व सज्जादा नशीन मसूऊद रज़ा ने आवामे अहले सुन्नत को ख़ास कर अपने मुरीदीन तथा फारगीने फैजुर्रसूल को अपने आबाओ अजदाद के वसूल की याद दहानी कराते हुए खुद भी उस पर अमल करने की तलकीन फरमायी। वहीं पर आलमे इस्लाम के लिए खासकर मुल्के अज़ीज़ हिंदुस्तान के लिए अमनो शान्ति की दुआ मांगी।