सिद्धार्थनगर। खुनियांव विकास खंड परिसर स्थित सचिव कार्यालय में आग लग जाने से उसमें रखा कागजात जलकर राख हो गया। घटना शुक्रवार रात की है तथा कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार विकास खंड खुनियांव परिसर में मौजूद सचिव कार्यालय में आग लग जाने के कारण उसमें रखा कागजात जलकर राख हो गया। ग्राम पंचायत अधिकारी/ प्रभारी सहायक विकास अधिकारी पंचायत विकास कुमार चौधरी, ग्राम पंचायत अधिकारी यशवंत यादव, ग्राम पंचायत अधिकारी अतुल सिंह यादव द्वारा इटवा थाने पर दिए संयुक्त तहरीर में कहा गया है कि हम लोग खुनियांव विकास खंड में कार्यरत हैं।
प्रतिदिन की भांति आज शनिवार को जब नियत समय पर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचे तो अचानक ऑफिस में से धुंवा निकलते हुए देखा। पास गए तो देखा कि बिजली के तार और इनवर्टर, बैटरी सब कुछ जल रहा है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत संबंधित सभी अभिलेख और तीन अलमारी भी जलकर राख हो चुका है।
विद्युत विभाग को सूचना देकर सप्लाई को बंद करने के लिए कहा। विद्युत सप्लाई बन्द होने पर आग को बुझाया गया। इसके साथ ही डायल 112 पर भी कॉल करके सूचना दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि आग लगने की घटना संदिग्ध प्रतीत होती है। जो जांच का विषय है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाय तो भेद से पर्दा उठ सकता है। सूत्रों की मानें तो सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगे गए सूचना में कुछ कागजात की उपलब्धता में दांव पेंच चल रहा था। इधर सोशल आडिट भी होने वाला था। तो क्या यह शार्ट सर्किट की घटना एक संयोग है या सभी झंझट से मुक्ति का एक प्रयोग है। जो जांच का विषय है।
इसकी उच्च स्तरीय जांच होने पर ही रहस्य से पर्दा उठ सकता है। क्या सरकारी कागजात को रखने का सभी सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखा गया था। ब्लाक सूत्रों की मानें तो अभी और सचिव भी आरटीआई से मांगी गयी सूचना में अपने कागजात को दुरूस्त करने में लगे हैं। ग्राम पंचायत लोहटा में भी हुए गडबडी की जांच चल रही थी। जिसे कई माह पूर्व कागजात में लीपापोती कर दुरूस्त कर लिया गया था।
वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता देवेश मणि त्रिपाठी ने खुनियांव ब्लाक से सम्बंधित मांगी गयी सूचना पर अपना विचार साझा किया है।
दावा अस्वीकरण- वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता देवेश मणि त्रिपाठी जी का वीडियो में व्यक्त विचार निजी है। न्यूज़ यूनिवर्सल इसकी पुष्टि और समर्थन नहीं करता है