सिद्धार्थनगर। मिश्रौलिया थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम बढ़या स्थित इस्लामिक धर्म गुरू स्वर्गीय मौलाना बदरे मिल्लत का 33वां सालाना उर्स आज सोमवार 18 मार्च 2024 की सांय आयोजित होगा।
मदरसा गौसिया फैजुल उलूम बढ़या के परिसर में स्वर्गीय मौलाना बदरे मिल्लत का मजार शरीफ है। यहां प्रत्येक साल रमजान माह के सातवें दिन शाम को श्रद्धाभक्ति के साथ उनका सालाना उर्स मनाया जाता है। इस वर्ष रमजान माह का सातवां दिन सोमवार 18 मार्च 2024 को पड रहा है। उर्स में आस पास के साथ दूर दराज से लोग उनके मजार पर श्रद्धासुमन अर्पित करने आते हैं।
उक्त जानकारी उर्स के आयोजक सज्जादा नशीन आस्ताना बदरे मिल्लत मौलाना नूरानी शाह बदरी ने दिया है। आयोजक ने बताया कि उर्स के मुख्य अतिथि बरांव शरीफ़ दरगाह के सज्जादा नशीन मौलाना गुलाम अब्दुल कादिर अल्वी हैं।
अन्य विशिष्ठ अतिथियों में इस्लामिक धर्म गुरू मौलाना सैय्यद अफ़रोज़, मौलाना जमालुद्दीन सिद्दीकी, मौलाना महीयुद्दीन सिद्दीकी व मौलाना करामत आदि हैं।
स्व. मौलाना बदरे मिल्लत के पुत्र मौलाना नूरानी शाह ने बताया कि बदरे मिल्लत ने हमेशा लोगों को नेक काम करने और बुरे कार्याें से दूर रहने का संदेश दिया है।
स्व. बदरे मिल्लत ने अपनी जिंदगी में बहुत सी किताबें लिखी हैं। उनमें स्कूली बच्चों के लिए तामीरे अदब सबसे प्रसिद्ध किताब है। जो स्कूलों में उर्दू पाठ्य पुस्तक के रूप में पढ़ाया जा रहा है। हाजी गुलाम मुस्तफा खां ने बताया कि स्व. मौलाना एक वली सिफत इंसान थे। जिनके दुवाओं में काफ़ी असर हुआ करता था।