डा. निसार अहमद खाँ, सिद्धार्थनगर। लोकसभा चुनाव 2019 की शुरूआत हो चुकी है। डुमरियांगज लोकसभा क्षेत्र से अभी तक गठबंधन के एक प्रत्याशी का नाम स्पष्ट हो चुका है।
अन्य पार्टियों ने अपने प्रत्याशी के नाम के पत्ते नहीं खोले हैं। इन पार्टियों से कई नाम प्रत्याशी बनने के दावेदार हैं। पार्टी इन दावेदारों में से किसको अपना प्रत्याशी बनाती है। यह तो पार्टी के उच्च पदाधिकारियों के मंथन के बाद ही साफ हो सकेगा।
वैसे लोकतंत्र के इस चुनावी उत्सव में एक पार्टी को जिताऊ प्रत्याशी चुनने में जिम्मेदारी भरा निर्णय लेना पडता है। ठीक उसी प्रकार एक प्रत्याशी भी जिताऊ पार्टी की खोज में रहता है।
परन्तु लोकतंत्र के इस पंच वर्षीय पर्व में प्रत्याशी चुनने में जनता की भारी जिम्मेदारी होती है। डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र की जनता को बहुत सोंच समझ कर अपना प्रतिनिधि चुनने की जिम्मेदारी है।
सांसद का यहां दो कार्यकाल बीत चुका-
जनता के अनुसार एक सांसद का यहां दो कार्यकाल बीत चुका है। दस वर्षाें में छोटी रेल लाइन का उच्चीकरण हुआ और यह बडी रेल लाइन में बदल चुकी है। इसके अलावा इस क्षेत्र के विकास में कोई और बडा कार्य नहीं दिख रहा है।
डुमरियांगज लोकसभा क्षेत्र की जनता आज ही से प्रत्याशी बनने वाले नामों की चर्चा पर समीक्षा कर रही है। यहां की जनता प्रत्याशी के नामों पर होने वाली चर्चा के आधार पर बाहरी प्रत्याशी, स्थानीय प्रत्याशी, निष्क्रिय प्रत्याशी, सक्रिय प्रत्याशी और उसके द्वारा भविष्य में इस क्षेत्र के विकास के लिए क्या किया गया है।
आगे विकास के लिए क्या किया जाएगा। इन सभी बातों की समीक्षा कर रही है। कौन सा व्यक्ति इस क्षेत्र का वास्तविक विकास कर सकता है। इसकी भी समीक्षा जनता कर रही है।
लोकतंत्र में अपने क्षेत्र के विकास के लिए आवाज उठाना जनता का लोकतांत्रिक अधिकार है। इसके साथ यहां की जनता बीते पांच साल में क्षेत्र के विकास में खर्च किए गए धन और समय का हिसाब भी चाहती है। वर्तमान समय में डुमरियांगज लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए कौन कौन बिन्दु मुद्दा बनेंगे। यह तो समय ही बताएगा।