इटवा,सिद्धार्थनगर। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोगों को जागरूक करने, सावधान करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को चिकित्सा अधीक्षक डॉ वी. के. वैद्य ने अपने अस्पताल स्टाफ के साथ एक आवश्यक बैठक कर कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए आवश्यक सुझाव और जानकारियां दिया।
सांवधानियां बरतें-
चिकित्सा अधीक्षक डॉ वी.के. वैद्य ने बताया कि अब तक इसकी कोई दवा जैसे टीका आदि का खोज नहीं हो सका है। सावधानियां बरतकर स्वयं भी बचा जा सकता है और दूसरों को भी बचाया जा सकता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार अब तक महाराष्ट्र में सबसे अधिक मरीज इसके पाए गए हैं।
यहां कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से प्रभावित 36 मरीज पाए गए हैं। जिनमें तीन विदेशी हैं और एक मरीज की मौत हो चुकी है। जबकि इससे प्रभावित दूसरा राज्य केरल है। जहां 24 लोग इससे प्रभावित पाए गए हैं जिसमें 2 विदेशी हैं। जिसमें 3 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
दिल्ली में भी एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। कर्नाटका में भी एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। इस तरह देश में अब तक कुल 3 लोगों की जान कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को सन्देश-
चूंकि उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकतर लोग महाराष्ट्र में रहते हैं और वहां कोरोना से प्रभावित मरीजों की संख्या अधिक है। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का मुम्बई आना जाना बराबर लगा रहता है। इसलिए उत्तर प्रदेश के लोगों को चाहिए कि वह अधिक से अधिक सावधानी बरतें और जिन लोगों को खांसी सर्दी जुखाम है। वह अपने मुंह पर मास्क जरूर लगाएं। जिससे कि दूसरे लोग खांसी से प्रभावित न हो।
करने योग्य आवश्यक सावधानियां और उपाय-
कोरोना को लेकर अनावश्यक रूप से भयभीत न हो। साधारण रूप से सर्दी, खांसी, बुखार होने पर कोरोना की शंका न करें। सिर्फ सावधानी करें। हाथों को साबुन से या अल्कोहल आधारित हैण्डवाश से साफ करें।
खांसी वाले व्यक्ति जिनको खांसी आती है वह मास्क जरूर लगाएं। दूसरे स्वस्थ व्यक्ति के पास न बैठें। भीड़भाड़ वाले स्थानों में न जाएं। किसी से बात करें तो 1 मीटर की दूरी बनाए रखें।
जब खांसी वाले व्यक्ति मास्क लगाएंगे या अपने मुंह को ढ़क करके रखेंगे तो दूसरे लोगों को मुंह ढ़कने की जरूरत नहीं होगी। और वह दूसरे स्वस्थ लोग प्रभावित भी नहीं होंगे। सावधानी बरतकर ही हम कोरोना वायरस को रोक सकते हैं।
मुंह और नाक को ढ़कने के लिए मास्क के प्रयोग-
चिकित्सा अधीक्षक डॉ वी. के. वैद्य ने आगे बताया कि कोई जरूरी नहीं है कि आप लोग मेडिकल स्टोर से मास्क खरीदें। घर पर भी कपड़े का बना सकते हैं या साधारण दस्ती, रूमाल, गमछा से ही मुंह और नाक को ढ़क कर रखें।
किसी के सामने न छीकें न खासें। खांसी आए या छींक आए तो चेहरा दूसरी तरफ कर लें या ढ़क लें। सार्वजनिक स्थानों पर, अपने घर में, अपने पास पडोस में इधर-उधर न थूकें। अपने हाथ, पैर और शरीर की सफाई रखें तथा आसपास सफाई रखें, गंदगी न होने दें। सावधानी बरतकर ही हम नोबेल कोरोनावायरस कोविड 19, COVID-19 को रोक सकते हैं।
इस अवसर पर डॉक्टर संजय गुप्ता, डॉक्टर संदीप द्विवेदी सहित अन्य चिकित्सक व स्टाफ उपस्थित रहे।