सिद्धार्थनगर। पिछले 15 दिनों जिले में प्रचंड गर्मी से जीव जंतु व मानव बेहाल हैं। गर्मी इस कदर पड़ रही है कि लोग पसीने से भीगे रहते हैं। प्राकृतिक और ठंडी हवा ढूंढने के लिए लोग व्याकुल हैं।
जानकारी के अनुसार बीते अप्रैल और मई माह के बाद जून माह के रिकॉर्ड तोड़ गर्मी इस कदर बढ़ गई है कि दोपहर 11ः00 बजे के बाद लोग घरों में छांव में रहने को मजबूर होते हैं।
11ः00 से 3ः00 तक लोग मजबूरी में बाजार में निकलते हैं। दोपहर 11ः00 बजे के बाद सूरज की चिलचिलाती किरणों में निकलना कठिनाई भरा कार्य है। इस समय भीषण गर्मी से पशु, पक्षी और जीव जंतु व्याकुल हो चुके हैं।
लोग भोर में 4ः00 से 6ः00 के बीच सूर्य निकलने से पहले ठंडक महसूस करते हैं। ज्यूंही सूरज उगता है उसके बाद उससे निकलने वाली प्रचंड गर्मी से लोग पसीने से सराबोर होने लगते हैं।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अभी आने वाले एक सप्ताह तक मानसून दस्तक नहीं देगा। ऐसी स्थिति में लोगों को गर्मी से बचना चाहिए।
सीएचसी इटवा के चिकित्सक डा. संजय गुप्ता के अनुसार बहुत ही आवश्यक हो तब दिन में 11ः00 बजे के बाद बाहर निकलें। समय-समय पर खूब ताजा पानी व तरल पदार्थ पीते रहें। बासी भोजन, खाद्य पदार्थ और जल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। बाहर निकलते समय सिर और चेहरे को सूती कपड़ों से ढ़कना चाहिए। सावधानी से ही इस प्रचंड गर्मी और धूप से बचा जा सकता है।