सिद्धार्थनगर। कोरोना बीमारी से लड़ने के लिए लोगों से अपने घरों में रहने, बाहर न निकलने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का संदेश तहसील क्षेत्र के पित्रदेव गुप्त उर्फ विकल कवि ने अपनी कविता के माध्यम से यह संदेश दिया है। उनका मानना है कि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कडाई के साथ लाॅकडाउन का पालन किया जाना चाहिए। आवश्यक वस्तुओं दवा, राशन को खरीदने जाएं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
भस्मासुर कोरोना
हे मानव! तू सावधान, यमदूत कोरोना आया है।भस्मासुर जो महाकाल बन, चीन देश से आया है।।
कालचक्र बन लील रहा जग, मौत की नींद सुलाया है। अंधेर आंधी है गति इसकी, जिसने जग पांव पसारा है।।
मोदी का पैगाम देश को, मास्क लगाकर चलना है। बचकर चल, दूरस्थ रहो सब, नियमित ढंग से रहना है।।
खांसी जुखाम बुखार आदि, गर किसी में पाए जाते हैं। समझो कोरोना ने दस्तक दी, यह लक्षण बताए जाते हैं।।
ऐसे व्यक्ति अस्पताल पहुंचकर, खुद की जांच कराना है। पूर्ण रूप से स्वस्थ ना हों, तब तक घर ना आना है।
“विफल“ कवि का वचन ना माने,अतिशीघ्र जहां से जाना है।। हरी-भरी बगिया उजड़ेगी, श्मशान घाट बन जाना है।।
पित्रदेव गुप्त “विकल कवि” ग्राम ऊंचडीह, पोस्ट मुड़िलानानकार, तहसील इटवा, सिद्धार्थनगर,
जय हिन्द जय भारत