तकरीबन छह महीने से पूरे देश में लोगों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। आप में से कई लोगों ने कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर बुकिंग करके कोरोना वैक्सीन लगवाई होगी। कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट प्राप्त किया होगा। कई लोग अभी लाइन में लगे होंगे।
इस तरह पता करें- वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट असली है कि नकली
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सहुलत-
सरकार ने अब लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सहुलत दे दी है। यानी अब आप वैक्सीनेशन सेंटर पर सीधे तौर पर न जाकर हाथों-हाथ अप्वाइंटमेंट ले कर कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं।
वैक्सीन की हर एक डोज के बाद लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट मिल रहा है। फाइनल सर्टिफिकेट दोनों डोज लगवाने के बाद मिलेगा।
कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट असली है या नकली-
लेकिन अगर आपसे कोई यह प्रश्न करे कि आपका कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट असली है या नकली, तो आप भी सांच में पड़ जाएंगे। आप तुरंत सवाल करेंगे कि क्या यह भी नकली निकल सकता है। हाँ यह नकली हो सकता है।
आइए जानते हैं कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट असली है कि नकली। इस तरह पता करेंगे।
लोगों ने की थी नकली होने की शिकायत-
कई लोगों ने नकली कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की शिकायत की थी। जिसके बाद सरकार ने लोगों को सर्टिफिकेट की जांच करने की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करा दी है।
अपने मोबाइल फोन से कर सकते हैं जांच-
अब आप आराम से अपने मोबाइल फोन से कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जांच कर सकते हैं।
सबसे पहले आप अपने फोन के ब्राउजर में ( verify.cowin.gov.in ) टाइप करके ओके करें।
इसके बाद आपको ( Verify a vaccination certificate ) का ऑप्शन दिखेगा और इसके ठीक नीचे स्कैन क्यूआर कोड का ऑप्शन दिखेगा।
इस विकल्प पर क्लिक करके कैमरे को खोलने के लिए ब्राउजर को इजाजत दें।
अब अपने सर्टिफिकेट पर दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करें।
( QR ) कोड को स्कैन करने के बाद ( Certificate Successfully Verified ) दिखता है तो आपका सर्टिफिकेट असली है।
यदि आपको ( Certificate Invalid ) का मैसेज मिलता है तो आपका सर्टिफिकेट नकली है।
केंद्र सरकार ने लोगों को “आरोग्य सेतु“ एप्लीकेशन पर ब्लू टिक देने का एलान किया है।
(Aarogya Setu) एप्लीकेशन पर उन लोगों के अकाउंट के साथ ब्लू टिक [सही का नीला निशान] मिलेगा जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा लिया है।
आरोग्य सेतु एप पर वैक्सीन लगवाने वालों को ब्लू टिक और ब्लू शील्ड मिलेगा। इसका फायदा यह होगा कि बिना सर्टिफिकेट देखे उन लोगों की पहचान आरोग्य सेतु एप से ही हो जाएगी जिन्होंने वैक्सीन लगवा ली है।