सिद्धार्थनगर। आधुनिक भारत के निर्माता, राष्ट्र की प्रगति के सूत्रधार, संचार क्रांति के जनक, महिलाओं को आरक्षण, युवाओं को 18 वर्ष की उम्र में वोट देने का अधिकार व पंचायती राज के रास्ते गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को पूर्ण करने वाले युवा पीढ़ी के आदर्श पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी जी की रविवार कांग्रेस कार्यालय इटवा में जयंती मनाई गई।
- सारा लहू बदन का जमीं को पिला दिया। मुझ पर वतन का कर्ज था मैंने चुका दिया
कांग्रेस नेता डा. नादिर सलाम सहित अन्य लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री के व्यक्तिव और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश के लिए ऐसे काम किया है। जो कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने युवाओं को वोट का अधिकार दिया। मतदाताओं की उम्र सीमा को कम करके उन्हें वोट देने का अधिकार दिया। पंचायती राज के लिए संघर्ष किया। अर्थव्यवस्था के सेक्टर्स को खोलने और ईवीएम मशीनों की शुरुआत करने के लिए पहल किया।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 ई. में हुआ था। 21 मई 1991 में वो एक चुनावी रैली में शामिल थे। उसी समय बम धमाके में उनकी हत्या हो गयी थी। उनकी हत्या श्रीलंका के एक सशस्त्र तमिल अलगाववादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलएलटीई) ने किया था। स्व. राजीव गांधी मई 1991 में लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त थे।
इस अवसर पर अनवर, मुख्तार अहमद, नफीस अहमद चौधरी, मो. शरीफ, अबदुल रहमान, सफील अहमद, रामनिवास, रमेश कुमार, लक्ष्मण यादव, शकील अहमद, उस्मान अहमद, बदरे आलम, शफीक अहमद, अब्दुल अव्वल आदि उपस्थित रहे।