सिद्धार्थनगर। सांसद जगदम्बिका पाल के सहयोग से किसानों को रबी फसल की बुआई के लिए DAP डी०ए०पी० की तीन रैक उपलब्ध करायी गयी है। उक्त आशय की सूचना जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर मु. मुजम्मिल ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में दिया है।
प्रेस विज्ञप्ति में आगे बताया गया कि वर्तमान में रबी फसलों की बुवाई प्रारम्भ हो चुकी है। जिसके लिये नत्रजन, फास्फेटिक एवं पोटैशिक उर्वरकों की अति आवश्यकता होती है। वर्तमान रबी वर्ष 2023-24 हेतु जनपद का आच्छादन का लक्ष्य 201556 हेक्टेयर निर्धारित है।
जनपद में रबी की मुख्य फसल गेहूँ है। जिसका आच्छादन लक्ष्य- 180965 हेक्टेयर निर्धारित है। दिनांक 23 नवम्बर 2023 को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में मा० सांसद जगदम्बिका पाल द्वारा डी०ए०पी० की उपलब्धता के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए तत्काल जनपद को रैक उपलब्ध कराने हेतु सार्थक प्रयास किया गया।
जिसके क्रम में जनपद के किसानों को सगुमता पूर्वक निर्धारित दर पर उर्वरकों की आपूर्ति हेतु एन0एफ0एल0 की 12000 बोरी डी०ए०पी० एवं 2000 बोरी पोटाश, इफको की 14400 बोरी डी०ए०पी० एवं 13200 बोरी एन०पी०के० एवं पी०पी०एल० की 10000 बोरी डी०ए०पी० व 7000 बोरी एन०पी०के० प्राप्त हुई है।
जिसको जनपद के समस्त निजी फुटकर विक्रेताओं एवं सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को उपलब्ध करायी जा रही है। इसके साथ ही 8500 बोरी प्रीपोजिशनिंग डी०ए०पी० को भी आज ही समितियों पर प्रेषण किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त जनपद को एन०एफ०एल० एवं इफको की डी०ए०पी० रैक प्रस्तावित है। जो आगामी 5 से 6 दिनों में जनपद को प्राप्त हो जायेगी। जनपद के समस्त किसानों से अपील है कि वर्तमान में जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है।
किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार / वैज्ञानिक संस्तुति तथा जोत बही के आधार पर ही उर्वरकों की खरीदारी कर प्रयोग करें।आवश्यकता से अधिक रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से एक तरफ जहां अनावश्यक रूप से खेती के लागत में वृद्धि होती है, वहीं भूमि एवं पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। जिसका असर हम सभी के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
किसानों को यदि उर्वरकों की खरीदारी में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो जनपद में स्थापित कन्ट्रोल रूम के 05544-297271, 7704828329 एवं 9935260276 नम्बरों पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं।