सिद्धार्थनगर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को जिला पंचायत ने सात दिन के अन्दर मकान खाली करने का नोटिस दिया है। मंगलवार को अपने इटवा आवास पर प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक व मंत्री सतीश द्विवेदी पर मकान खाली कराने का आरोप लगाया है।
उन्होंने प्रदेश की बीजेपी सरकार को अब तक की सबसे दमनकारी सरकार बताया। उन्होंने आगे कहा कि यह भाजपा सरकार सम्पूर्ण प्रदेश के साथ मेरे जिले के सपा कार्यकर्ताओं और आम जनमानस को परेशान कर रही है। जब बस्ती जिला था, उस समय यह पट्टा 1978 में जिला पंचायत ने आवंटित किया था।
इसकी जो राशि थी हर महीने उसे मैं जमा करता था। वर्ष 2009 में एक बार फिर स्थानीय सांसद ने इसे खाली कराने की कोशिश किया था। लेकिन वह खाली नहीं करा सके थे। इस बार जब मैं चुनाव हारा तो एक पंचायत की समिति बना दी गयी। जिसमें क्षेत्रीय विधायक उसके सदस्य बन गए।
विधायक ने हमारे क्षेत्र के तमाम प्रधानों का और हमारे घर का मामला उठाया। इस पर बार-बार तारीख पड़ती रही। तारीख पर जिला पंचायत के अधिकारियों को तलब किया जाता था। काफी जांच की गई। बाद में जब विधायक मंत्री बने तो उनके दबाव में यह पट्टा निरस्त करके मुझे नोटिस दिया गया है।
कब हुआ था मकान का पट्टा-
बताया जाता है कि वर्ष 1978 में जनता पार्टी की सरकार ने यह आवंटन किया गया था। इसमें 50 रुपया महीना पर 99 साल का पट्टा किया गया था। सरकार के शासनादेश के आधार पर जिला पंचायत ने नोटिस भेजा है। जिसमें 7 दिन में मकान खाली करने को कहा गया है।
इस प्रेस कांफ्रेंस में सपा जिला अध्यक्ष अजय चौधरी, अमित दूबे, दिनेश मिश्रा, अब्दुल लतीफ, राजदेव मिश्र आदि उपस्थित रहे।