News Universal,भारत का सबसे प्रिय प्रधानमंत्री कौन? आइए जानते हैं उनके बारे में,प्रथम प्रधानमंत्री पण्डित जवाहरलाल नेहरु,

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एस. खान। हमारे देश में अब तक 15 प्रधानमंत्री रह चुके हैं, जिसमें से 15 वें प्रधानमंत्री मन की बातमन की बात करने वाले “नरेंद्र दामोदर दास मोदी” हैं। लेकिन उन में से भारत का सबसे प्रिय प्रधानमंत्री कौन है जानने के लिए पूरा आर्टिकल पढ़ें।

वैसे तो  प्रधानमंत्री शब्द का नाम सुनते ही प्रथम प्रधानमंत्री पण्डित जवाहरलाल नेहरु की याद ताजा हो जाती है। जो मन की बात तो करते थे लेकिन अपने मन की नहीं बल्कि जनता के।

प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु भारत के आज़ादी की लड़ाई के बहादुर सिपाही और देश व समाज के बड़े रहनुमा थे। उनका सारा जीवन देश व समाज की सेवा में व्यतीत हुआ।

जब महात्मा गांधी, मौलाना अबुल कलाम आजाद, जवाहरलाल नेहरू आदि सामाजिक रहनुमाओं की मेहनत और कोशिशों के सामने अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और भारत देश अंग्रेजों की लगभग 200 साला हुकूमत से आजाद हो गया।

तब जवाहरलाल नेहरू जी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने और उन्होंने अपनी राजनीतिक काबिलियत, अत्यंत मेहनत और कोशिशों से भारत को सारी दुनिया में बहुत बुलंद बना दिया।

यूं तो उनका बचपन फूलों की सेज पर गुजरा लेकिन जब उन्होंने राजनीति की कटीली घाटियों में कदम रखा और भारत देश को गुलामी की जंजीर से आजाद कराने के लिए जो मुसीबत और परेशानियां झेली उसे सोच कर रूह कांप जाती है।

काश आज के प्रधानमंत्री को भी उसका अन्दाज़ा होता, काश ये भी जनता के मन की बात करते और सुनते।

जवाहरलाल नेहरू अपने इरादे और अमल में एक मजबूत पहाड़ की तरह थे।। अमन व शांति और मानवता के चाहने वाले थे। महात्मा गांधी और मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी हसती पर बड़ा गर्व और भरोसा था।

वह सच्चे देशभक्त और मुहिब्बे वतन थे

वह सच्चे देशभक्त और मुहिब्बे वतन थे। इसी कारण वह आज भी हमारे प्रिय प्रधानमंत्री माने जाते हैं। उन्होंने वतन के लिए बड़ी कुर्बानियां दीं । कई बार अंग्रेजों के कैद की सख्तियां झेलीं।

वह जेल ही में थे कि उनकी पत्नी कमला नेहरू भी मर गई और वह जेल की मजबूत सलाखों से बाहर आकर उनसे मिल भी ना सके और फिर 1 दिन ऐसा आया कि वह भी 27 मई 1964 को इस संसार से चले गए।

पंडित जवाहरलाल नेहरू जिंदा थे तो वतन के लिए, और मरे भी तो वतन के लिए। मरने के बाद उनकी इच्छा और फरमाइश पर उनके शरीर की एक मुट्ठी राख जहाज के द्वारा भारत के खेतों पर बिखेर दी गई ।

अर्थात उन्होंने मर कर भी अपने शरीर के राख से देश को फायदा पहुंचाया। अपने इन्हीं गुणों के कारण यह हैं हमारे भारत का सबसे प्रिय प्रधानमंत्री 

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